Camera Ka Samna Kaise Karen

Camera Ka Samna Kaise Karen कैमरे का सामना कैसे करें

अभिनेता Camera Ka Samna Kaise Karen , कैमरे का सामना करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव हैं कैमरे के सामने आने पर अपने किरदार के संदेश, भावनाओं, और व्यवहार को संवेदनशीलता से प्रस्तुत करें। अपने व्यक्तित्व को बनाए रखें ,  अपनी अद्भुत पहचान, स्वभाव, और व्यक्तित्व को कैमरे के सामने भी प्रकट करें। कैमरे के…

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Method  Acting Kya Hai

Method  Acting Kya Hai मेथड एक्टिंग  क्या है

मेथड एक्टिंग से पहले हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि एक्टिंग क्या है ? क्योंकि हम एक्टिंग तो करते हैं लेकिन हमें ठीक से पता नहीं होता कि एक्टिंग क्या है। फिर जानने की कोशिश करते हैं कि Method  Acting Kya Hai । सबसे पहले आपके सामने दो लोग हैं तो आप उन्हें…

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Body Language Kya Hai

Body Language Kya Hai बॉडी लैंग्वेज क्या है

एक अभिनेता को जानना बहुत जरूरी है कि Body Language Kya Hai ? बॉडी लैंग्वेज एक अहम अवयव है जो हम अपने शरीर के माध्यम से अपने भावनाओं, विचारों, और भावनात्मक स्थितियों को व्यक्त करते हैं। यह अक्सर बिना शब्दों के भी कार्य करता है और हमारे संवाद के महत्वपूर्ण हिस्सा है। what is body…

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Khade Hone ke Tarike

Khade Hone ke Tarike  अभिनय में खड़े होने के तरीके

अभिनय के दौरान चाहे मंच हो या सिनेमा स्थिति और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए Khade Hone ke Tarike  अलग-अलग हो सकते है। अभिनेता कहां पर है, कैसा है, किस तरह से है, कोई भी स्थिति और परिस्थिति हो सकती है जिसका विवरण हम आगे करेंगे।   नाट्यशास्त्र में खड़े होने के 6 प्रकार…

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Abhinay Me Aankho ka Prayog

Abhinay Me Aankho ka Prayog  अभिनय मे आंखो का प्रयोग

 एक अभिनेता मे Abhinay Me Aankho ka Prayog  कर आंखों की अभिव्यक्ति के माध्यम से  सीधे दर्शक को जोड़ता है । कई बार अभिनय के दौरान ऐसी स्थिति आती है की अभिनेता शारीरिक हाव – भाव हीन हो जाता है   जो संवाद विहीन होते हुये भी आंखो के माध्यम से वह  सब  कुछ  कह जाता है…

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Abhinay Me Hatho ka Prayog

Abhinay Me Hatho ka Prayog  अभिनय में हाथों का प्रयोग

 कुशल कलाकार Abhinay Me Hatho ka Prayog  कर आकृति, चेष्टा, संकेत के माधयम से जनमानस (दर्शक) को आकर्षित करना चाहिए।हाथों की मुद्राओं की संख्या सीमित नहीं हो सकती। रुचि, अभ्यास और लोकाचार के अनुसार हाथों की मुद्राओं में परिवर्तन हो सकता है और उनकी संख्या घट-बढ़ सकती है। आज की आवश्यकताओं के अनुसार हाथों के प्रयोग में अनेक…

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Abhinay Me Anchalik Bhasha

Abhinay Me Anchalik Bhasha अभिनय मे आंचलिक भाषा

रंगमंच हो या सिनेमा दोनों में चरित्रों की विविधता का विशेष ध्यान रखा जाता है। Abhinay Me Anchalik Bhasha का उल्लेख एक विशेष चरित्रों के लिये किया जाता है। उनका रूप और नाम दोनो मे गंवईपन प्रयोग होता हैं। सीधे-साधे ,अनपढ़ मजदूर जो जेंटल लोगों को देखकर सहम जाए ऐसे चरित्रों को समाहित किया जाता…

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Abhinay me Hath Ke Ishare

Abhinay me Hath Ke Ishare अभिनय में हाथ के इशारे

जब शब्द भावनाओं को व्यक्त करने में असमर्थ होते हैं तो हाथ के इशारों का उपयोग किया जाता है। Abhinay me Hath Ke Ishare अभिव्यक्ति के संप्रेषण का माध्यम है। लंबे समय तक उपयोग के साथ, कुछ हाथ के इशारे भाव और चीजों के प्रतीक बन गए हैं। इसलिए बाद के आचार्यों ने नृत्य और…

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Abhinay Me Ango ki Kriya-pratikriya

Abhinay Me Ango ki Kriya-pratikriya अभिनय मे अगों की क्रिया-प्रतिक्रिया

एक कुशल अभिनेता को Abhinay Me Ango ki Kriya-pratikriya करने और सामंजस्य की निपुणता होनी चाहिये । संवाद और भाव भंगिमा के साथ अंगों के परिचालन और सामंजस्य से अभिनेता सीधे दर्शक से जुड जाता है ।  Action-Reaction of limbs in Acting सिर की मुद्राएँ : इनकी संख्या तेरह बताई गई है : 1- आकंपित,…

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Abhinay me Ango ka Prayog

Abhinay me Ango ka Prayog अभिनय मे अंगों का प्रयोग

एक अभिनेता को Abhinay Me Ango ka Prayog  की बारिकियो से परिचित होना चाहिये। अभिनय मैं शरीर के प्रत्येक अंग का प्रयोग अलग अलग तरीके से अलग अलग भाव भंगिमा के लिए एवं एक अलग चरित्र निर्माण के लिए प्रयोग किया जाता है।  वक्षस्थल नाट्यशास्त्र में वक्षस्थल की 5 स्थितियाँ बताई गई हैं : 1- आभुग्न : पीठ…

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